
हिंदी सटायर डेस्क। देशभर में लड़कों में अचानक से भजन गायकी का शौक बढ़ गया है। क्या गांव क्या शहर, हर जगह म्यूजिक सिखाने वाले सेंटर्स के बाहर भजन सीखने के इच्छुक लड़कों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। कई सेंटर्स ने तो ‘नो मोर एंट्री इन भजन लर्निंग’ और हाऊसफुल के बोर्ड भी लगा दिए हैं।
समाज विज्ञानी से लेकर संगीत के क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ भी इस बात पर हैरान हैं कि आखिर लड़कों को ऐसा क्या हो गया कि वे भजन सीखने को टूट पड़े हैं। कुछ तो जरूर हुआ है। एक म्यूजिक सेंटर के एक बुजुर्ग टाइप के ट्रेनर ने हिंदी सटायर से कहा, ‘पहले लड़के हमारे पास आकर कहते थे कि हमें हनी सिंह और बादशाह जैसा रैप गायक बनना है। पर पता नहीं अब क्यों शरमा-शरमाकर कह रहे हैं कि हमें भजन सिखा दो। लगता है सबको जलोटा जी बनना है। लेकिन समझ लो, जलोटा जैसी ऊंचाई को पाना इतना आसान नहीं है।’
वही, एक लड़के ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “पिछले तीन साल से मैं हनी सिंह और बादशाह जैसे गाने गा रहा हूं इस उम्मीद में कि भई कोई तो फंसेगी। पर घंटा… मेरा मुगालता दूर हो गया है। अब तो भजनों से ही कोई उम्मीद है।”
उसके साथ ही खड़े कई लड़कों ने कोरस-सांग गाते हुए कहा, “हे भजन देवता, अब आप ही हमारी नैया पार लगाना.. कुछ तो टिप्स बताना…।”
(Disclaimer : यह खबर कपोल-कल्पित है। इसका मकसद केवल स्वस्थ मनोरंजन करना है, किसी की मानहानि करना नहीं।)