गांधारी युग की उत्तरकथा
डॉ. प्रेम जनमेजय
मित्रों कहा जाता है कि महाभारत का मूल रूप उपलब्ध नहीं है। उसके अनेक रूप हैं। जिसके अनेक रूप हों उसे प्रामाणिक...
कौरव-पांडवों के बीच क्रिकेट मैच
‘संजय तू चुप क्यों हो गया, बताता क्यों नहीं कि आगे क्या हुआ?’ धृतराष्ट्र बड़े अधीर हुए जा रहे हैं।
‘महाराज, आपका एक और पुत्र...
जनमेजय का यज्ञ और अमित-आजम की बदला कथाएं
महाभारत नामक महाकाव्य यूं तो बदले की कहानियों से अटा पड़ा है, लेकिन राजा जनमेजय की कथा अद्भुत है। आज के भारत के दो...