
By Jayjeet
हिंदी सटायर डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2019 के अनुसार खुशी के मामले में भारत 7 पायदान फिसलकर 140 वें नंबर पर पहुंच गया है। यहां तक कि इंडियन्स अपने पड़ोसियों यानी पाकिस्तानियों से भी ज्यादा दुखी हैं। आखिर हम इतने दुखी क्यों रहते हैं, इसको लेकर हिंदी सटायर ने पड़ताल की तो ये 10 प्रमुख कारण सामने आए :
कारण नंबर 1: हमारे यहां की आधी शादीशुदा महिलाएं इसलिए दुखी रहती हैं क्योंकि पर-पुरुष उन्हें हर समय ताड़ते रहते हैं।
कारण नंबर 2 : आधी शादीशुदा महिलाएं इसलिए दुखी रहती हैं क्योंकि उनकी तरफ पुरुष देखते तक नहीं। वे कहीं ओर ताड़ते रहते हैं। यहां उल्लेखित पुरुष उनके पति हैं (और कारण नंबर 1 के पर-पुरुष भी यही हैं।)
कारण नंबर 3 : हमारे यहां की आधी पत्नियां इस बात से दुखी रहती हैं कि उनके पति उन्हें बताते ही नहीं हैं कि आज डिनर में क्या पकाना है।
कारण नंबर 4 : कारण नंबर 3 की दुखी पत्नियों के पति इस बात से दुखी रहते हैं कि वे डिनर के लिए जो 10 ऑप्शन सजेस्ट करते हैं, उनमें से पत्नियों को कुछ भी पसंद नहीं आता।
कारण नंबर 5 : इस देश के आधे पति इस बात से दुखी रहते हैं कि उन्हें कई बार महीने में पंद्रह-पंद्रह दिन तक लौकी की सब्जी खानी पड़ती है।
कारण नंबर 6 : इन्हीं पतियों की पत्नियां इस बात से दुखी रहती हैं कि उनके पतियों को उनके हाथ का खाना ही पसंद नहीं आता। अब वे बनाएं तो बनाएं क्या!
कारण नंबर 7 : IPL के दौरान आधे पुरुष इसलिए दुखी रहते हैं क्योंकि ठीक मैच के क्लाइमेक्स के समय टीवी पर पत्नी का सीरियल शुरू हो जाता है।
कारण नंबर 8 : IPL के दौरान पत्नियां इसलिए दुखी रहती हैं क्योंकि मैच के चक्कर में पति खिचड़ी का कुकर चढ़ाना ही भूल जाते हैं।
कारण नंबर 9 : देश के आधे लड़के इस बात को लेकर टेंशन में रहते हैं कि अपने फैक FB अकाउंट के प्रोफाइल पिक के लिए रोज-रोज सुंदर चेहरे कहां से लाएं।
कारण नंबर 10 : आधी से ज्यादा लड़कियां इस बात से दुखी रहती हैं कि उनकी पोस्ट को इतने कम लाइक क्यों मिले।
(Disclaimer : बताने की जरूरत नहीं, यह खबर कपोल-कल्पित है। मकसद केवल हास्य-व्यंग्य करना है।)