
By Jayjeet
हिंदी सटायर डेस्क, नई दिल्ली। अपने खिलाफ तमाम तरह के आरोपों का कड़ाई से जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतत: प्रेस कांफ्रेंस करने का निश्चय किया है। इस प्रेस कांफ्रेंस की मंशा विपक्ष के उन आरोपों की हवा निकालना है कि मोदी कठिन सवालों का सामना करने से कतरा रहे हैं। इसके लिए मोदीजी ने कठिन सवाल तैयार करने शुरू कर दिए हैं। ये वे सवाल होंगे जो मोदी खुद से पूछेंगे। जवाब तो वे खुद देंगे ही।
एक विश्वस्त सूत्र के अनुसार मोदीजी अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल की अपनी इस पहली प्रेस कांफ्रेंस को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्हें खुद से क्या सवाल पूछने हैं, इसको लेकर वे काफी तैयारी कर रहे हैं। सूत्र के अनुसार मोदीजी विपक्ष के इस आरोप को लेकर काफी व्यथित थे कि वे सवालों का सामना करने से घबराते हैं और कोई जवाब देना नहीं चाहते। इसी आरोप का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए उन्होंने यह प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की है। इसमें वे खुद से तमाम तरह के कठिन से कठिन सवाल पूछकर विपक्ष के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
क्या होंगे कठिन सवाल?
सूत्र के अनुसार मोदीजी सबसे कठिन सवाल यह पूछेंगे कि कांग्रेस ने अपने 60 साल के शासनकान में आखिर किया क्या है? मोदीजी इसका विस्तार से जवाब देंगे। इसके अलावा बोफोर्स में दलाली, वंशवाद, राबर्ट वाड्रा से जुड़े कठिन सवाल भी पूछेंगे। ये ऐसे सवाल हैं, जो इससे पहले किसी ने कभी मोदी सरकार से नहीं पूछे होंगे। रफाल, मॉब लिंचिंग, बेरोजगारी, देश में नफरत का माहौल जैसे छोटे-मोटे सवाल उन्होंने मंत्रियों के लिए छोड़ दिए हैं।
(Disclaimer : यह खबर कपोल-कल्पित है। इसका मकसद केवल राजनीतिक कटाक्ष और व्यंग्य करना है, किसी की मानहानि करना नहीं। )
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