
हिंदी सटायर विशेष संवाददाता। मंगल ग्रह पर 96 फीसदी कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) है। ऑक्सीजन के बगैर जीवन असंभव है। इसलिए नासा (NASA) ने मंगल पर ऑक्सीजन ढूंढने के लिए ‘CO2 कन्वर्जन कॉम्पिटिशन’ यानी कॉर्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदलने के लिए प्रतियोगिता आयोजित की जिसके लिए 35 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। अनाउंसमेंट के अगले हफ्ते ही भारतीय पुलिस ने प्रतियोगिता जीत ली। कैसे, इसका पता लगाया हमारे विशेष संवाददाता ने। जानिए पूरा वाकया।
प्रतियाेगिता के अनाउंसमेंट के अगले ही हफ्ते भारतीय पुलिस का एक दस्ता नासा के दफ्तर में पहुंच गया। उनके हाथ में एक बोतल थी।
पुलिस (नासा के अफसरों को बोतल थमाते हुए): सर, ये रही आपकी ऑक्सीजन। लाओ, इनाम के हमारे 35 लाख रुपए।
नासा के अफसर बोतल को अपनी लैब में ले गए। जांच की तो पाया कि बोतल में तो कॉर्बन डाइऑक्साइड भरी थी। नासा के अफसरों ने इंडियन पुलिस से कहा – आप हमें मूर्ख बनाते हों! इसमें कार्बन डाइऑक्साइड है। और ये मंगल की नहीं, इसी धरती से लाई गई है।
तब इंडियन पुलिसवाला (जो शक्ल से हेड कांस्टेबल दिखाई दे रहा था) बोला : सर, क्या बात करते हो आप! बोतल को हमारे सामने लाइए जरा।
पुलिस के सामने बोतल में भरी कार्बन डाइऑक्साइड लाई गई।
पुलिस : बता रे, तू क्या है?
बोतल से धीरे से कराहने की आवाज आई : साहब, ऑक्सीजन?
पुलिस : और तुझे कहां से पकड़कर लाए, ये भी बता दें….
बोतल : साहब, वो क्या कहते हैं मंगल से लाए हैं… हम वहीं मटरगश्ती कर रहे थे कि आपने हमको पकड़ लिया…
नासा के अफसर पस्त, 35 लाख रुपए के साथ इंडियन पुलिस मस्त!!!
(Disclaimer : कहने की जरूरत नहीं, हास्य-व्यंग्य ही है ये।)