
अब जाकर खुलासा हुआ है कि चिदंबरम के खिलाफ दीवार फांद कार्रवाई देश को मंदी से बाहर निकालने की एक सुमंशा का नतीजा था, न कि महज बदले की भावना।
न सीबीआई दीवार फांदती, न विपक्ष के हजारों ज्ञात-अज्ञात नेता अपने-अपने भव्य बंगलों की बाउंड्रीवॉल को ऊंचा करने की दिशा में तत्पर होते… शशि थरूर ने अपने बंगले की बाउंड्रीवॉल ऊंची कर ली है। राज ठाकरे की भी ठेकेदार से मुलाकात हो गई है…
सरकारी सूत्रों का दावा है कि पिछले सात दिन में एक लाख लोगों को दीवार कंस्ट्रक्शन का काम मिला है… इससे आने वाले दिनों में कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में बूम के संकेत मिल रहे हैं…
तुच्छ राजनीतिक हितों से ऊपर उठकर देशहित में पक्ष-विपक्ष का यह सम्मिलित प्रयास अतुलनीय ही कहा जाएगा…😄😁😃
(Disclaimer : यह केवल कटाक्ष है।)