
विपक्षी पार्टियों ने तय किया है कि अगली बार वे जब भी मिलेंगे तो टाटपट्टी पर बैठेंगे ताकि कुर्सी पर कौन बैठेगा, जैसा सवाल उठे ही नहीं।
विपक्षी पार्टियों ने तय किया है कि अगली बार वे जब भी मिलेंगे तो टाटपट्टी पर बैठेंगे ताकि कुर्सी पर कौन बैठेगा, जैसा सवाल उठे ही नहीं।