
By Jayjeet
हिंदी सटायर डेस्क, सिडनी। टीम इंडिया से अपने ही घर में टेस्ट सीरीज हारने के कगार पर पहुंच चुकी टीम ऑस्ट्रेलिया आगामी वन-डे सीरीज के लिए ‘स्लेजिंग कोच’ नियुक्त करने जा रही है। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय नेताओं से संपर्क साधने का निश्चय किया है। इस पोस्ट के लिए भारतीय राजनीतिक दलों के कई नेताओं पर ऑस्ट्रेलियाई मैनेजमेंट की नजर है। इस बीच, भारतीय राजनीति में अपनी खास पहचान रखने वाले औवेसी ने पहले ही साफ कर दिया है कि ऑस्ट्रेलियाई बंदों में उनकी sledging सीखने का दम नहीं है। इसलिए उनके नाम पर किसी तरह का विचार न किया जाए। इसी तरह की बात गिरिराज सिंह ने भी कही है।
विराट कोहली के धुरंधरों के आगे टीम ऑस्ट्रेलिया के समर्पण के बाद कप्तान टिम पेन और कोच जस्टिन लैंगर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के निशाने पर आ गए हैं। मीडिया यह कहकर आलोचना कर रहा है कि उनके खिलाड़ी पंगु हो गए हैं। स्लेजिंग (sledging) करना ही भूल गए हैं। इससे अच्छा तो यह होगा कि वे क्रिकेट छोड़कर मछली पकड़ने चले जाए।
कड़ी आलोचनाओं के बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मैनेजमेंट ने यहां शनिवार को सिडनी में चौथे टेस्ट मैच के बीच में ही टीम के खराब प्रदर्शन के कारणों और आगामी रणनीति पर चर्चा करने के लिए आपात बैठक बुलाई। बैठक में सभी लोग इस बात पर एक राय थे कि अगर खिलाड़ियों को तुरंत स्लेजिंग नहीं सिखाई गई तो हमारे लिए मैच जीतना मुश्किल हो जाएगा। टीम इंडिया के साथ 12 जनवरी से होने वाली वन डे सीरीज से पहले ही हमें ऐसा एक्सपर्ट नियुक्त करना होगा जो कुछ ही दिनों में हमारे खिलाड़ियों को स्लेजिंग में पारंगत कर सकें।
मीटिंग में सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को तुरंत और इंडियन स्टाइल में स्लेजिंग सिखाने के लिए भारतीय नेता ही उचित रहेंगे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने स्लैजिंग कोच की नियुक्ति के लिए भारतीय नेताओं से आवेदन मांग लिए।
(Disclaimer : यह खबर कपोल-कल्पित है। इसका मकसद केवल कटाक्ष करना है, किसी की मानहानि करना नहीं।)