हिंदी सटायर डेस्क। ‘मैं भारत का संविधान हूं, लाल किले से बोल रहा हूं…’ हिंदी में वीर रस के प्रख्यात कवि हरिओम पंवार (hariom pawar) की लोकप्रिय कविता है। इसमें उन्होंने नेताओं, पोलिटिक्स और सिस्टम पर जमकर कटाक्ष (Satire) किया है। यह एक लंबी कविता है जिसका एक हिस्सा यहां पेश है। इसमें उन्होंने कहा है कि हमारी व्यवस्था इस कगार पर पहुंच गई है कि आज महात्मा गांधी को गालियां मिल रही हैं, जबकि ऊंचे पदों पर पहुंचे गुडे टाइप के नेताओं को तालियां। आप भी सुनिए ये चंद पक्तियां…
(Courtesy : Aaj Tak का कार्यक्रम ‘जश्न ए आजादी’)