
हिंदी सटायर डेस्क। आम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खुलासे के बाद भाजपा ने चुनाव के बचे हुए तीन दौर के लिए ‘आम के पने पर चर्चा’ कैम्पेन लॉन्च करने का फैसला किया है। 2014 के ‘चाय पर चर्चा’ की तर्ज पर इसे शुरू किया जा रहा है। इसका खुलासा हिंदी सटायर को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।
मोदी ने इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में कहा, “आप सब को मालूम ही है कि वडनगर में मेरे पिताजी की रेलवे स्टेशन के पास चाय की दुकान हुआ करती थी। आप सभी को यह भी मालूम होगा कि मैं उस चाय की दुकान पर चाय बेचा करता था। और चाय बेचते-बेचते ही मै प्रधानमंत्री बन गया। लेकिन आपमें से किसी को एक वह चीज नहीं मालूम होगी, जो मैं पहली बार हिंदी सटायर को बताने जा रहा है।”
मोदी ने अपनी स्टाइल में आगे कहा, ” ठंड में और बारिश में तो चाय से काम चल जाता। लेकिन भला गर्मियों में चाय कौन पीता? तो गर्मियां आते ही पिताजी चाय की जगह आम के पने की दुकान लगा लेते। मैं खेतों से आम तोड़कर लाता। पिताजी आम का पना बनाते। मैं लोगों को पना पिलाता। इस तरह बचपन से ही मेरा चाय के साथ-साथ आम के पने से भी सीधा संबंध रहा है। इसलिए हमने इन चुनावों में आम के पने पर चर्चा शुरू की है।”
इसी से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मुझे इंतजार है मणिशंकरजी का कि वे फिर कहें कि आम का पना बेचने वाला दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बन सकता।”
(Disclaimer : यह इंटरव्यू पूरी तरह से कपोल-कल्पित है। इसका मकसद केवल हास्य-व्यंग्य पैदा करना है, किसी की मानहानि करना या अफवाह फैलाना नहीं।)