
By Jayjeet
हिंदी सटायर डेस्क, भोपाल। पिछले 5 दिन से हो रही लगातार बारिश के बावजूद यहां की एक सड़क सही-सलामत है। इससे सरकार से लेकर इंजीनियर्स और ठेकेदारों में खलबली मच गई है। राज्य सरकार ने संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड कर इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस बीच, इस सड़क की खबर विदेशों तक पहुंचने के बाद दुनियाभर में देश की थू थू होने से केंद्र सरकार ने भी नाराजगी जताई है। इसी खबर को सुनकर कल एक कार्यक्रम में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी चक्कर आ गए थे और उन्हें राष्ट्रगान के बीच में ही बैठना पड़ा था।
सूत्रों के अनुसार बेशर्म रोड (पहचान छुपाने के लिए नाम बदल दिया गया है) का निर्माण हाल ही में एक सरकारी महकमे ने करवाया था। क्षेत्र के लोगों को पूरी उम्मीद थी कि यह रोड पहली बारिश में ही बह जाएगी। लेकिन पिछले 5 दिन से हो रही बारिश के बावजूद रोड लगभग उसी स्थिति में है, जैसी बनने के दौरान थी। क्षेत्र के कुछ जागरूक नागरिकों ने इसमें भारी घपले की आशंका जताई है। उनका कहना है कि शायद रोड बनाई ही नहीं गई। नहीं तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि नई रोड पहली बारिश में खस्ताहाल न हो।
ठेकेदार-इंजीनियर्स भी चिंतित: इस पूरे मामले की भनक जैसे ही ठेकेदारों और इंजीनियर्स को लगी, उनमें चिंता फैल गई। ठेकेदार-इंजीनियर्स सांठगाठ एसोसिएशन के अध्यक्ष रविप्रकाश अंधकार ने कहा, “हमने सोचा नहीं था कि हमें ये दिन भी देखने होंगे। इसमें हम ठेकदारों और इंजीनियर्स को बदनाम करने की साजिश नजर आ रही है। हम सरकार से पूरे मामले की जांच करवाने की मांग करते हैं।”
सरकार ने कहा, यह संभव नहीं, फिर भी जांच करवाएंगे : इस घटना पर एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, आजादी के बाद से ऐसा नहीं हुआ कि कोई नई रोड पहली बारिश में न उखड़ी हो। बारिश में उखड़ने के लिए ही तो रोड्स बनाई जाती है। इसलिए यह घटना अविश्वसनीय है। हम जांच कर रहे हैं। जो भी अफसर ईमानदार पाया जाएगा, उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को नकार दिया कि इसमें कुछ ईमानदार अफसरों और ईमानदार ठेकेदारों की साठगांठ है। इस बीच, सरकार ने प्रारंभिक जांच के बाद संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
(Disclaimer : यह खबर कपोल-कल्पित है। इसका मकसद केवल स्वस्थ मनोरंजन और सिस्टम पर कटाक्ष करना है, किसी की मानहानि करना नहीं।)